google.com, pub-4122156889699916, DIRECT, f08c47fec0942fa0 https://www.bing.com/webmasters?tid=56256cd2-0b6b-4bf5-b592-84bcc4406cf4 google.com, pub-4122156889699916, DIRECT, f08c47fec0942fa0 टैली क्या होती है| टैली(Tally) का फूल फ़ॉर्म | टैली का इतिहास | टैली के जनक (जन्म दाता) कौन हैं | टैली के प्रकार | लाभ | कोर्स | और इसको कैसे सीखेँ? google.com, pub-4122156889699916, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Verification: 7f7836ba4c1994c2

टैली क्या होती है| टैली(Tally) का फूल फ़ॉर्म | टैली का इतिहास | टैली के जनक (जन्म दाता) कौन हैं | टैली के प्रकार | लाभ | कोर्स | और इसको कैसे सीखेँ?





टैली क्या होती है| टैली(Tally) का फूल फ़ॉर्म टैली का इतिहास | टैली के जनक (जन्म दाता) कौन हैं | टैली के प्रकार | लाभ | कोर्स | और इसको कैसे सीखेँ?







क्या आप जानते हैं कि टैली (Tally) क्या है अगर आप किसी कम्प्यूटर इंस्टीच्युट में गए होंगे तो टैली कम्प्यूटर कोर्स का नाम जरूर सुना होगा | अक्सर लोग टैली के बारे में सवाल पूछते हैं कि टैली करने के क्या फायदे हैं | वैसे तो बहुत से लोग इसके बारे  हैं मगर आप उनमें से नहीं हो जो जानते हैं |  अगर  इन सवालों के जवाब नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं | 

 आज आप को टैली का इतिहास और टैली एकाउंटिंग का इस्तेमाल कब शुरू हुआ तथा इससे क्या - क्या काम कर सकते हैं, के बारे में जानकारी मिलेगी | 

tally chart hai

दोस्तों जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज कंप्यूटर का युग हैऔर हर काम लिए इंसान कम्प्यूटर की मदद लेता है चाहे अन्तरिक्ष जाना हो या सरकारी कार्यालय, एक बैंक हो या फिर एक फोटो प्रिन्ट कर  निकलना हर जागर कम्प्यूटर  इस्तेमाल होता है |  बहुत सारी कम्पनियों में अकाउंट से जुड़े कामों अलग - अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं | 

एकाउंटिंग के लिए टैली का उपयोग बहुत ही पॉपुलर एप्लीकेशन है टैली क्या होता है और इसको कैसे सीख सकते हैं, आज हम इस लेख के द्वारा जानेंगे | 

टैली(Tally) का फूल फ़ॉर्म क्या है?

टैली (Tally) का फूल फ़ॉर्म है ट्रांज़ैक्शन्स अलाउड इन ए लीनियर लाइन यार्ड्स (Transactions Allowed in a Linear Line Yards)।


टैली क्या होता है – What is Tally in Hindi


टैली  एक  क्लाउड आधारित  एकाउंटिंग  सॉफ्टवेयर   होता    है   जो   छोटे व्यापारियों को अपने वित् (finance) का प्रबंधन करने  में सहायता करता  है | इसमें एक  ज्ञान  युक्त इंटरफेस होता है  जो  कम्पनी  के  वित्तीय प्रदर्शन  पर रीयल  टाइम (वास्तविक समय)  अपडेट  कर  प्रदान  करता  है |  यह   सभी सुविधाएँ टैली को छोटे व्यापारियों के लिए सबसे अच्छे  टूल(Tool) में  से एक बनाती है | 

टैली(Tally) का अर्थ पैसों की गणना करना और उनका व्यस्थापन तथा सरंक्षित करना हैं | इसके आलावा वास्तु  खरीदी गई और  खरीदी गई इन सभी कार्यों का रिकॉर्ड टैली(Tally) में रखा  जाता है | 

पुराने समय में लोग अपने बिजनेस में होने वाले सभी प्रकार के वित्तीय लेन -देन को हाथ से लिखकर डॉक्युमेंट और दस्तावेज में रखते थे | किन्तु अब वो वक्त बीत चूका है आज के समय में सभी  प्रकार के व्यवसायों में कम्प्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है और अकाउंट से जुड़े बहुत प्रकार के सॉफ्टवेयर में टैली (Tally)का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है | 

जब भी कम्प्यूटर में एकाउंटिंग के काम के बारे में बात होती है तो सबसे पहला नाम जो हमारे दिमाग में आता है वो है टैली(Tally)|  एकाउंटिंग में बहुत प्रकार की पेचीदा गणना करना होता है और उनको कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के बिना नहीं  किया जा सकता है | इस तरह के मुश्किल कैलकुलेशन करने के लिए  टैली(Tally) को काम में लाया जाता है | 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टैली का इस्तेमाल भारत में होता है इसके आलावा कई अन्य देशों में भी टैली बहुत प्रचलित है | यह सॉफ्टवेयर(Tally) बहुत सारी कंपनियों और एकाउंटिंग से जुड़े लोगों के रोज़मर्रा के काम आने वाला सॉफ्टवेयर है |  

टैली की शुरुआत कैसे और कब हुई यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी | यह कितने काम का है ये तो आप समझ गए होंगे लेकिन इसकी जरुरत कब पड़ी, आइये आगे जानते है |  

टैली का इतिहास :-  

जैसा कि आपको पहले बता दिया है कि टैली का निर्माण भारत के बैंगलोर स्थित कंपनी में गया | इस कम्पनी (टैली सोलूशन) को पहले पुत्रोनिक्स (Peutronics) के नाम जाना जाता था | 


tally - chart


क्या आप जानते हैं टैली के जनक (जन्म दाता) कौन हैं ?  

सन 1986 में श्याम सुन्दर गोयनका और उनके बेटे भारत गोयनका ने मिलकर टैली को बनाया था | उस समय श्याम सुन्दर गोयनका एक कम्पनी चलाया करते थे जो कि दूसरे प्लांट्स और टेक्सटाइल मिल्लस को कच्चा माल  मशीन पार्ट्स सप्लाई करते थे | 

तब इस बिजेनस(business) को मैनेज करने के लिए इनके पास कोई ऐसा सॉफ्टवेयर नहीं था जिससे वे अपना हिसाब - किताब आसानी से कर सकें |  

तब उन्होंने (श्याम सुन्दर गोयनका) अपने बेटे भारत गोयनका से कहा कि एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाओ जिससे हम अपने बिजेनस को आसानी से मैनेज कर सकें|  भारत गोयनका जो कि मैथमेटिक्स में ग्रेजुएट थे उन्होंने एकाउंटिंग एप्लिकेशन के लिए सबसे पहला संस्करण ऍम एस - डोस (MS -DOS) एप्लीकेशन  रूप में लॉन्च किया | इसमें सिर्फ बेसिक एकाउंटिंग फंक्शन थे जिसका नाम पुत्रोनिक्स फाइनेंसियल अकाउंटेंट(Peutronics financial Accountant) रखा गया |  

सन 1988 में  इस प्रोडक्ट का नाम बदलकर पहली बार टैली रखा गया | 

सन 1999 में इस कम्पनी ने फोर्मल्ली (formally) नाम बदलकर टैली सोलूशन्स (Tally Solutions) रखा | 

सन 2001 में टैली के नए संस्करण यानि टैली 6.3 को लॉन्च किया गया | ये पिछले संस्करण से थोड़ा एडवांस था क्योंकि इसमें एकाउंटिंग के अलावा एजुकेशनल उदेशय से उपयोग करने की योग्यता थी | इसके साथ इसमें लाइसेंस की सुविधा भी दी गई | 

सन 2005 में टैली को और भी अच्छे डिज़ाइन के साथ बाजार में उतारा गया जिसमें सबसे मुख्य फीचर था वैल्यू एडेड टैक्सेशन (Value Added Taxation)| जिसको हम वैट (VAT) के नाम से जानते हैं जोकि भारतीय कस्टमर्स लिए बहुत उपयोगी था यह टैली 7.2 वर्शन (Version) था | 

सन 2006 में टैली के दो वर्शन (Version) को रिलीज़ किया गया जिनमें से पहला 8.1 था  दुसरा टैली 9 को लॉन्च किया |  ये टैली के मल्टीलिंगुअल वर्शन (Multilingual Version) थे | 

सन 2009 में इस कम्पनी के द्वारा टैली इ आर पी 9 एक बिज़नेस मैनेजमेंट सलूशन (Business Management Solution) को रिलीज़ किया गया | 

सन 2016 में जी एस टी सर्वर और टैक्स पयेर्स (GST Server and Tax Payers ) के बीच में इंटरफ़ेस  रूप में जी एस टी सुविधा प्रदान करने के लिए टैली सोलूशन्स को चुना गया और 2017 में कम्पनी ने बिलकुल अपडेटेड जी एस टी कंप्लायंस(GST Compliance) सॉफ्टवेयर लॉन्च किया | 

टैली वर्शन(Tally Versions) - टैली कितने प्रकार के होते हैं ?

टैली एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अग्रणी रहा है | कम्पनी हर साल अपने प्रोडक्ट के नए वर्जन लेकर आती है | टैली प्राइम कम्पनी का नवीनतम संस्करण है  जिसको सन 2020 में लॉन्च किया | यह छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए क्लाउड - आधारित लेखा समाधान है |  

टैली आपको बिक्री और व्यय ट्रैक करने में  कैसे मदद करता है? 

टैली एक मुफ्त और उपयोग में आसान एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है |  यह  खर्चों और बिक्री को प्रंबधित करने में मदद करता है जिससे आप अपने व्यवसाय के वित्त पर नजर रख सकते हैं |  

यह छोटे व्यापारियों,फ्रीलांसरों और किसी के लिए भी सही समाधान है | जिन्हें अपने वित्त पर नजर रखने की आवश्कयता है | टैली एक मुफ्त एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जो आपको आपके खर्चों और बिक्री का प्रबंधन करने में आपकी मदद करता है | यह आपको अपनी कम्पनी के प्रदर्शन  पर रिपोर्ट बनाने देता है ताकि आप देख सकें कि कँहा पर सुधार करने की आवश्यकता है या इसे कैसे विकसित करना है | 

 टैली एक सरल इंटरफ़ेस प्रदान करता है जो लेखांकन सॉफ्टवेयर में बुनियादी कौशल वाले किसी भी व्यक्ति के लिए इसको उपयोग करना आसान बनाता है | इंटरफ़ेस सहज है और आपकी कंपनी  प्रर्दशन पर रिपोर्ट बनाने की क्षमता  शक्तिशाली सुविधाएँ प्रदान करता है | जो आपको इस बारे में निर्णय लेने में  करेगा कि कैसे बढ़ना या सुधार करना है |  

टैली के कुछ प्रमुख लाभ हैं ?  

इसका उपयोग करना आसान है और इसके लिए किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं है  जो इसे नए उद्यमियों के लिए एक अच्छा विक्लप बनाता है |   

इसका सॉफ्टवेयर कई भाषाओँ में उपलब्ध है और इसका उपयोग कोई भी कर सकता है  चाहे वे किसी भी देश के रहने वाले हों | 

टैली का एक निःशुल्क परीक्षण संस्करण है जो उपयोगकर्ताओं को पूर्ण संस्करण खरीदने से पहले सुविधाओं और कार्यक्षमता को समझने में मदद कर सकता है | 

यह सॉफ्टवेयर कई तृतीय पक्ष अनुप्रयोगों जैसे कि क्विकबुक्स (Quick Books), क्षेरो (Xero), पयपाल(Paypal) आदि के साथ एकीकृत होता है | 

टैली कोर्स करने के क्या फायदे?

टैली एक साधारण लेखा सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग किसी भी व्यवसाय के वित्तीय लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। इसे उपयोग में लाने के लिए आसान तरीके से डिजाइन किया गया है और इसके कई फायदे हैं।

टैली कोर्स में क्या - क्या सिखाया जाता है?

टैली कोर्स (Tally Course) के लिए पाठ्यक्रम संरचना को पाँच खंडों में विभाजित किया गया है:-

  1. टैली बेसिक (Tally Basics) – इस सेक्शन में अकाउंटिंग की मूल बातें शामिल हैं, जैसे डबल-एंट्री अकाउंटिंग, डेबिट - क्रेडिट और अकाउंट।
  2. एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर (Accounting Software -1)यह भाग टैली की विभिन्न विशेषताओं पर चर्चा करता है, जैसे कि इसका इंटरफेस और रिपोर्ट।
  3. एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर (Accounting Software -2)  – यह भाग छात्रों को वित्तीय विवरणों और उन्हें पढ़ने के तरीके से परिचित कराता है।
  4. बिजनेस एनालिसिस(Business Analysis)यह भाग छात्रों को अपने व्यवसाय को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए पूर्वानुमान, ब्रेक-ईवन विश्लेषण और लागत अनुमान जैसी व्यावसायिक विश्लेषण तकनीकों से परिचित कराता है।
  5. एकाउंटिंग सिस्टम(Accounting Systems)अंतिम भाग में वैट, जीएसटी और टीडीएस जैसी लेखा प्रणालियों को विस्तार से शामिल किया गया है, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि भारतीय लेखा मानकों का उपयोग करके भारत में उनकी गणना कैसे की जाती है।

टैली कोर्स कितने दिनों का होता है ?

टैली कोर्स एक महीने से लेकर तीन महीने तक होता है | 

टैली कैसे सीखे?

इस सॉफ्टवेयर को सीखने के कई तरीके हैं। आप किसी संस्थान से कोर्स कर सकते हैं या आप इसे इंटरनेट से सीख सकते हैं या फिर आप इसे YouTube वीडियो से भी सीख सकते हैं।

दोस्तों शुरुआत में जब आप Tally में काम करने जाते हैं तो ये काफी मुश्किल लगता है. टैली सीखना इतना आसान नहीं है| मेरी माने तो इतना मुस्किल भी नहीं है | एक तो इसमें माउस का काम नहीं होता बल्कि सारा काम कीबोर्ड से करना होता है| साथ ही इस पर काम करना भी आसान है लेकिन अगर आप इस के बारे में सीख जाते हैं तो।

टैली के बेसिक फंक्शन(function) सीख जाने के बाद आप को इस पर काम करने में भी मज़ा आने लगेगा.

चलिए थोड़ा टैली हिंदी में कैसे सीखे के बारे में जान लेते हैं.
कैपिटल(Capital) – जब कोई पैसा व्यापर के लिए लगता है तो उस रकम को कैपिटल कहते हैं | इसके अलावा इसे इक्विटी(equity) भी कहते हैं | 

ट्रांज़ैक्शन(Transaction) – लेन देन करने की प्रोसेस को ही ट्रांज़ैक्शन कहते हैं |  इसमें सर्विसेस और प्रोडक्ट्स को एक्सचेंज किया जाता है | 

डिस्काउंट(Discount) – अपनी प्रोडक्ट और सेवा के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए जब कोई कंपनी मालिक अपने कस्टमर को डिस्काउंट के रूप में कुछ रकम वापस देता है उसे ही डिस्काउंट कहते हैं | डिस्काउंट दो प्रकार के होते हैं | ट्रेड डिस्काउंट और कैश डिस्काउंट | 

    ट्रेड डिस्काउंट(Trade Discount) – ये डिस्काउंट सेलर अपने कस्टमर को लिस्टेड प्राइस                पर  प्रेजेंट के रूप में देता है | 

   कैश डिस्काउंट(Cash Discount) – ये कस्टमर को सही समय पर बिल पेमेंट करने पर कैश के       रूप में दिया जाता है| 

लायबिलिटी (Liability) – ये ऐसे सामान होते हैं जो किसी से कर्ज के रूप में लिए जाते हैं | 

एसेट्स(Assets) – बिज़नेस से जुड़ी जितनी भी चीज़ें होती हैं उन्हें एसेट्स (Assets) कहा जाता है| 

ये तो कुछ बेसिक शब्द हैं जो टैली से जुड़े हैं | आप टैली कोर्स कर के पूरी जानकारी ले सकते हैं |इसके लिए आप अपने नजदीकी कम्प्यूटर इंस्टीच्यूट(computer institute) में ज्वाइन करिए |  या फिर आप यु ट्यूब (YouTube) का मदद भी ले सकते है।

दोस्तोँ,  आपको ये लेख टैली क्या है और इसको कैसे सीखें कैसा लगा | कमेंट करके जरूर बतायेँ |  

आपने जाना टैली को कैसे सीखते हैं और इसका इतिहास क्या है तथा इसके क्या फायदे हैं | आज के युग में इस बढ़ते कम्पीटिशन में नौकरी (जॉब) करने के लिए क्या करें समझ नहीं  आता | टैली विद्यार्थीयों (students) को कैरियर बनाकर अच्छी नौकरी हासिल करने में बहुत मददगार है | 

मुझे पुरी उम्मीद है कि आपको ये लेख अच्छा लगा होगा |  अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया है  तो इसे फेसबुक, टवीटर, इंस्टाग्राम और लिंक्डईन पर अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें |  हो सकता है कि किसी को इस जानकारी की बहुत जरुरत हो | 










एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ