कम्प्यूटर हार्डवेयर क्या है हार्डवेयर के प्रकार, नाम तथा उदाहरण?
क्या आप जानते हैं कि कम्प्यूटर हार्डवेयर क्या है - what is hardware in hindi ?
हार्डवेयर कितने प्रकार के होते हैं – Types of Hardware in Hindi
हार्डवेयर को तीन मुख्य भागोँ में बांटा जा सकता है:-
1) मेमोरी डिवाइस: ये वे डिवाइस हैं जो डेटा को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर करते हैं। मेमोरी डिवाइस में हार्ड डिस्क और फ्लैश ड्राइव शामिल हैं।
2) इनपुट डिवाइस: ये वे डिवाइस हैं जो उपयोगकर्ताओं को कम्प्यूटर सिस्टम में डेटा इनपुट करने की अनुमति देते हैं। इनपुट डिवाइस में कीबोर्ड, माउस (चूहा) और जॉयस्टिक शामिल हैं।
3) आउटपुट डिवाइस: ये वे डिवाइस हैं जो उपयोगकर्ताओं को कम्प्यूटर सिस्टम से डेटा आउटपुट करने की अनुमति देते हैं। आउटपुट डिवाइस में मॉनिटर और प्रिंटर शामिल हैं |
हार्डवेयर का भविष्य क्या है?
कम्प्यूटर सिस्टम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से बना होता है। हार्डवेयर भौतिक वस्तुओं को संदर्भित करता है जिनका उपयोग कम्प्यूटर सिस्टम को काम करने के लिए किया जाता है। हार्डवेयर में कीबोर्ड, मॉनिटर, सी पी यू, माउस और प्रिंटर जैसे उपकरण शामिल होते हैं, जो कम्प्यूटर से जुड़े होते हैं।
कम्प्यूटर हार्डवेयर के नाम :-
यहाँ आपको कुछ हार्डवेयर के उदाहरण दिए गए हैं।
1. कीबोर्ड (Keyboard)
कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है। इस हार्डवेयर के बिना तो कम्प्यूटर में कोई डाटा एंटर भी नहीं कर सकते हैं। इसी की मदद से हम कम्प्यूटर के सारे लिखने वाले कार्य कर सकते हैं। आप जो अभी पढ़ रहे हैं वो भी इसी की कीबोर्ड से लिखा गया है। इस इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को देख भी सकते हैं और छु भी सकते हैं। यह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले डिवाइस में से एक है। इसके अंदर भी दूसरे हार्डवेयर कम्पोनेंट होते हैं। इस डिवाइस को यु एस बी पोर्ट में लगाया जाता है।
2. माउस (Mouse)
इसको पॉइंटिंग डिवाइस और कर्सर मूविंग डिवाइस के नाम से भी जानते है। एक माउस में 2 या 3 बटन हो सकते हैं। जेैसे कि दायां, बायां, और मध्य बटन (लेफ्ट की, राइट की, मिडिल की रोलर)। ये सभी एक एक हार्डवेयर हैं। माउस को फ्लैट सरफेस पर या माउस पैड पर रखा जाता है। कर्सर को कन्ट्रोल करने के लिए इसका इस्तमाल किया जाता है।
3. स्कैनर(Scanner)
यह कम्प्यूटर का एक बाहरी हार्डवेयर है। स्कैनर का प्रयोग करके लिखित कागजात और तस्वीरों को डिजिटल चित्र में परिवर्तित कर मैमोरी में सुरक्षित रखा जा सकता है। स्कैनर के द्वारा डाक्यूमेंट्स को भी स्कैन कर कम्प्यूटर में स्टोर किया जा सकता है। इसे एक्सटर्नल हार्डवेयर कहते हैं।
4. मॉनिटर (Monitor)
कम्प्यूटर मॉनिटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जोकि कुछ कम्प्यूटर में आउटपुट दिखाने के लिए किया जाता है। यह बिलकुल एक टीवी की तरह दिखता है। एक बड़ा और बढ़िया डिस्प्ले रेसोलुशन हमें अच्छी तस्वीर दिखाता है। ये हार्डवेयर लैपटॉप में छोटा साइज़ का होता है और डेस्कटॉप में थोड़ा बड़ा होता है।
सी आर टी मॉनिटर : - ये भारी और बड़े होते हैं और बहुत डेस्क स्पेस तथा इलेक्ट्रिसिटी इस्तेमाल करते हैं। यह सबसे पुरानी इस्तेमाल किये जाने वाली टेक्नोलॉजी है। यह कैथोड रे ट्यूब टेक्नोलॉजी आधारित है जोकि टेलीविज़न के लिए बनाए गए थे.मगर ये मॉनिटर आज कल नहीं चलते।
एल सी डी मॉनिटर :- एक तरीके का फ्लैट पैनल डिसप्ले है। ये सी आर टी के मुकाबले नई तकनीक है। ये मॉनिटर - कम -डेस्क स्पेस इस्तेमाल करते हैं। यह कम वजन के होते हैं। यह मॉनिटर - कम - एलेक्ट्रीसिटी इस्तेमाल करते हैं। बहुत समय से इसी मॉनिटर का इस्तेमाल किया जा रहा है लैपटॉप और नोटबुक कम्प्यूटर्स पे, ये टच स्क्रीन का भी काम करते हैं टेबलेट कम्प्यूटर्स, मोबाइल फ़ोन्स पे।
5. स्पीकर (Speaker)
यह भी एक एक्सटर्नल हार्डवेयर हैं। इसके इस्तेमाल से हम ध्वनि सुन सकते हैं। यह ध्वनि के रूप में आउटपुट देता है। आजकल ये सिस्टम में इनबिल्ट रहता है।
6. प्रिंटर (Printer)
प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कम्प्यूटर से प्राप्त जानकारी को कागज पर छापता है कागज पर आउटपुट की यह प्रतिलिपि हार्ड कॉपी कहलाती है कम्प्यूटर से जानकारी का आउटपुट बहुत तेजी से मिलता है और प्रिंटर इतनी तेजी से कार्य नहीं कर पाता। इसलिये यह आवश्यकता महसूस की गयी कि जानकारियों को प्रिंटर में ही स्टोर किया जा सके इसलिये प्रिंटर में भी एक मेमोरी होती है जहाँ से यह परिणामों को धीरे-धीरे प्रिंट करता है।
7. मदरबोर्ड Motherboard
मदरबोर्ड कंप्यूटर का मुख्य भाग है। इसे देखने के लिए आपको कम्प्यूटर को खोलने की आवश्यकता है| यह एक बोर्ड है जिसको पी सी बी (प्रिन्टेड सरकट बोर्ड) कहते हैं। यह बोर्ड कम्प्यूटर के अलग - अलग कम्पोनेंट्स को पकड़ के रखता है| और वो सारे कम्पोनेंट्स हैं सीपीयू, आर ए एम्, हार्ड डिस्क, एस एम् पी एस पोर्ट, ग्राफ़िक कार्ड |
8. सीपीयू (Microprocessor)
9. आर ए एम् (RAM)
आर ए एम् का पूरा नाम है रैंडम एक्सेस मैमोरी | इसको डायरेक्ट एक्सेस मैमोरी भी कहा जाता है, यह मैमोरी ज्यादा तौर पर कम्प्यूटर में सेकेंडरी मैमोरी की तुलना में कम साइज की होती है। जैसे आपके मोबाइल में यह 1जीबी, 2जीबी, 3जीबी, 4जीबी तक होती है। यह इलेक्ट्रो मैगनेटिक डिस्क है। यह हार्डवेयर रेक्टेंगल शेप में होती है।
10. एक्सपेंशन कार्ड (Expension cards)
ग्राफ़िक कार्ड(Graphics Cards) – यह हार्डवेयर कार्ड जैसे दिखता है, इसे मदर बोर्ड में इन्सर्ट किया जाता है। ग्राफ़िक कार्ड का इस्तेमाल मॉनिटर पे इमेज रेन्डरिंग/प्रोड्यूस करने के लिए किया जाता है। डाटा को कुछ इस तरह कन्वर्ट करता है और सिगनल जेनेरेट करता है जिसे आपका मॉनिटर आसानी से समझ जाता है।
जितना बहतर ग्राफ़िक कार्ड होगा उतनी अच्छी इमेज प्रोडूस होती है। गेमर'स और वीडियो एडिटर प्रिय लोगों के लिए ग्राफ़िक्स कार्ड होना जरुरी है। यह मदर बोर्ड में लगाया जाता है। इसका आकार एक चिप जैसा होता है।
साउंड कार्ड(Sound card) – इसका दूसरा नाम है ऑडियो आउटपुट डिवाइस, साउंड बोर्ड, या ऑडियो कार्ड | साउंड कार्ड एक एक्सपेंशन कार्ड और आई सी है। धवनी निकालने में मदद करता है। जिसको हम स्पीकर्स और हैडफोन्स के द्वारा सुन सकते हैं।
11. एस एम पी एस SMPS
एस एम पी एस हार्डवेयर का पूरा नाम है स्विच मोड पावर सप्लाई| ये एक इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है। अगर डेस्कटॉप के लिए अलग से खरीदोगे तो आपको वो कुछ स्क्वायर शेप का डिब्बा मिलेगा वही एस एम पी एस है। ये डिवाइस कम्प्यूटर के अलग - अलग हिस्सों को पावर देता है जैसे कि आर ए एम(RAM), मदर र्बोर्ड, फैन को पावर सप्लाई देता है। वैसे तो मदर बोर्ड से अलग अलग हिसों तक बिजली जाती है।
12. हार्ड डिस्क ड्राइव(एच् डी डी)
एच् डी डी यह एक डाटा स्टोरेज हार्डवेयर डिवाइस है। यह कम्प्यूटर या लैपटॉप के अंदर रहता है। जितने फाइल्स, डाटा या फिर कंप्यूटर प्रोग्राम इसके अंदर स्टोर होता है। ओ एस भी इस एच् डी डी में स्टोर होता है। इस मेमोरी को सी ड्राइव के नाम से भी जाना जाता है। पार्टीशन के बाद सी, डी, इ ड्राइव भी बनाई जाती हैं। हार्ड ड्राइव, हार्ड डिस्क, फिक्स्ड ड्राइव, फिक्स्ड डिस्क, और फिक्स्ड डिस ऑप्टिकल ड्राइव से डाटा रेटरिएवे करके और डाटा को ऑप्टिकल डिस्क जैसे सीडी, डी वी डी और बी डी (ब्लू - रे डिस्क), में स्टोर करता है। इनकी स्टोरेज कैपेसिटी बहुत ही ज्यादा होती है।
13. डी वी डी ड्राइव (DVD DRIVE)
डी वी डी ड्राइव हर डेस्कटॉप और लेपटॉप के सी पी यु में इंस्टॉल किया जाता है। इन को ऑप्टिकल ड्राइव भी कहते हैं। डी वी डी ड्राइव के कुछ दुसरे नाम भी हैं डिस्क ड्राइव, सी डी ड्राइव, डी वी डी ड्राइव, ओ डी डी। इनका इस्तेमाल डिजिटल डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। डी वी डी, सी डी में जो डाटा मौजूद है उसे कम्प्यूटर में प्ले करने के लिए इसका इस्तमाल किया जाता है।
जब पहला कम्प्यूटर बनाया गया था उसके सारे कम्पोनेंट्स अलग - अलग कमरों में रखे थे और केबल्स के द्वारा उनको जोड़ा जाता था। इसके बाद जो कम्प्यूटर बनाये | उनका आकार और छोटा किया गया, इस कारण हार्डवेयर का साइज भी छोटा हो गया। वैरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन और लार्ज स्केल इंटीग्रेशन टेक्नोलॉजी की मदद से इन हार्डवेयरस का साइज और छोटा कर दिया गया। अब टेक्नोलॉजी के कारण कम्प्यूटर का साइज एक घड़ी के बराबर हो गया है। वैरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन, नैनो टेक्नोलॉजी, माइक्रो प्रोसेसर की मदद से अब और छोटे साइज के हार्डवेयर बनाए जा रहे हैं|
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच अंतर
तो कहने का एक ही तात्प्र्या था दोनों एक दुसरे के बिना कुछ भी नहीं है। एक कम्प्यूटर में हार्डवेयर की जितनी जरुरत होती है उतनी ही सॉफ्टवेयर की भी होती है।
आज आपने क्या सीखा?
मैं कोशिश करता हूँ कि आप सब को सही और सम्पूर्ण जानकारी मिले | आपने आज ये सब सीखा, हार्डवेयर क्या है (What is Hardware in Hindi)। सच कहूँ तो हम हार्डवेयर से घिरे हुए हैं। क्योंकि इन्होनें हमारी जिंदगी आसान और सरल बना दी है। कभी आप ने ऐसा सोचा है आपका मोबाइल और कम्प्यूटर कैसा होगा? इसका जवाब है वो होगा ही नहीं तब सोचोगे | हम कंप्यूटर को छु के महसूस कर सकते है लेकिन सॉफ्टवेर को कभी नहीं।
दिन प्रति दिन सॉफ्टवेयर ज्यादा मैमोरी लेने लगे हैं और हार्डवेयर का साइज़ छोटा हो रहा है। आपसे यही उमीद है शायद ये लेख आपको पसंद आया होगा, कैसा लगा आप जरुर नीचे कमेन्ट में बताइए| अगर अभी भी कोई सवाल आप पूछना चाहते हो तो नीचे कमेन्ट बॉक्स में जरुर लिखेेँ |
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